shayri best shayri

धरती गगन हवा पवन ये सब प्रकृति के फूल हैं,
इनके एहसास ही गुलों की खुशबू और गुलशन का उसूल हैं…

फूलों से तुम हँसना सीखो,
भंवरों से तुम गाना,
दरखत की डाली से सीखों,
फल आये तो झुक जाना…

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